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स्थानीय पुलिस की संरक्षण में अवैध कबाड़ माफियाओं का आतंक

स्थानीय पुलिस अधिकारियों की मिली भगत से खुलेआम लाखो का अवैध कबाड़ चोरी कर रोज पुलिस नाका को पारकर अन्य जिलों में बेचने का खेल निरंतर है जारी। .स्थानीय पुलिस के संरक्षण में एसईसीएल परिक्षेत्र में खुलेआम कर रहे है चोरी। . चोरी करने से रोकने पर कबाड़ी के चोर मंडली द्वारा सुरक्षा गार्डों पर कर दिया जाता है हमला। . थाना प्रभारी द्वारा नही लिखी जाती रिपोर्ट, ना ही दी जाती है शिकायत की पावती प्रति। . करोड़ों के कोयला बैंकरों को गैस कटर से काट काटकर पुलिस संरक्षण में चोरों द्वारा रोज किया जा रहा है पार

राजन सिंह चौहान,कोरिया/चिरिमिरी, 03/09/2021 कोरिया जिले के चिरिमिरी में थाना प्रभारी के रूप में जब से कमल कांत शुक्ला की दूसरी बार पदस्थापना हुई है तब से लगातार पूर्व की भाती अवैध सट्टा,,जुआ,कोयला,कबाड़ के कार्यों में जमकर बढ़ोतरी हो गई है। कमलकांत शुक्ला,थाना प्रभारी चिरिमिरी

थाना प्रभारी के संरक्षण में चर्चित कबाड़ माफिया द्वारा एसईसीएल परिक्षेत्र में उनके गुर्गे खुलेआम घुसकर रोज लाखो का लोहा,तांबा,और अन्य कलपुर्जों की चोरी की जा रही है। एसईसीएल प्रबंधन के सुरक्षा गार्डों द्वारा विरोध करने पर कबाड़ माफिया के गुर्गे चोर मंडली द्वारा उन पर हमला कर चोटिल कर दिया जाता है।

एसईसीएल प्रबंधन द्वारा चोरी की शिकायत थाने में दिए जाने पर थाना प्रभारी द्वारा रिपोर्ट दर्ज नहीं की जाती है और ना ही शिकायत की पावती दी जाती है। उक्त कबाड़ माफिया के गुर्गे चोर मंडली के डर से एसईसीएल के कर्मी ड्यूटी करने भी अब डरने लगे है।

इस बात की शिकायत जब जिला पुलिस अधीक्षक से होती है तो उनके निर्देशन पर थाना प्रभारी द्वारा छिट पुट कार्यवाही कर मामले को शांत कर देते है।

बताया जाता है कि थाना प्रभारी के संरक्षण में अब तक एसईसीएल परिक्षेत्र में बंद पड़े तीन से चार कोयला बैंकर को कबाड़ माफिया द्वारा अपने गुर्गों के माध्यम से गैस कटर से काट काटकर चोरी कर बेंच दिया गया है। उक्त एक कोयला बैंकर की अनुमानित कीमत लगभग 5 से 10 करोड़ रुपए बताया जा रहा है। वही उक्त कबाड़ माफिया द्वारा बिना डर भय के एसईसीएल परिक्षेत्र में बंद पड़े खड़ी बड़ी बड़ी मशीन,ट्रक,बस, डोजर,लोहे के मोटे मोटे भारी एंगल को गैस कटर से काट काटकर चोरी से पार कर दिया जाता है और बेंच दिया जा रहा है। लगातार रोज इस घटना को रात में अंजाम दिया जा रहा है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया गया की पूरे कार्य में थाना प्रभारी कमलकांत शुक्ला के अधीनस्थ राइट हैंड प्रधान आरक्षक संदीप बागिश और नगर पुलिस अधीक्षक के अधीनस्थ राइट हैंड प्रधान आरक्षक शेखर सिंह द्वारा पूरी तरह से थाना प्रभारी और नगर पुलिस अधीक्षक के इशारे पर अवैध कबाड़ का हिसाब किताब रखा जाता है मजे की बात इन दोनो पुलिस कर्मी कई वर्षो से एक ही जगह पर पदस्थ है केवल कागजों में ट्रांसफर दिखलाया जाता है सबसे हैरान करने वाली बात तो यह है कि प्रधान आरक्षक संदीप बागीश को कई निरीक्षक, उपनिरीक्षक के होते हुए भी उनको दरकिनार कर कोड़ा थाना/चौकी का प्रभारी भी बनाया जा चुका है जिससे अवैध कार्य में किसी भी प्रकार की कोई बाधा न आए। उक्त दोनों पुलिस कर्मी का कही और स्थांतरण होता भी है तो नगर पुलिस अधीक्षक के इशारे पर वापस अपने पास बुला लिया जाता है। उक्त दोनों पुलिस कर्मी का शहर में इतना आतंक ब्याप्त है कि कोई भी इनका विरोध नहीं कर पाता है विरोध करने वालो को झूठे केस में फसा देने थाना प्रभारी द्वारा डराया धमकाया जाता है जिसके कई उदाहरण है।उक्त थाना प्रभारी चिरिमिरी के विरुद्ध पूर्व में भी गंभीर शिकायते हो चुकी है जो जांच में लंबित बताई जा रही है।

 

सबसे मजे की बात एसईसीएल परिक्षेत्र के सब तरफ पुलिस का नाका है। उसके बावजूद भी कबाड़ माफियाओं द्वारा उक्त सभी नाका को बिना डर भय के पार कर दूसरे जिला के सीमा में प्रवेश कर जाते है।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अवैध कार्य करने वालो को नगर पुलिस अधीक्षक चिरिमिरी की भी मौन स्वीकृति मिली हुई है। और जिस तरह से पूरे चिरिमिरी शहर में अवैध जुआ,गांजा,सट्टा,कोयला,कबाड़ धड़ल्ले से जारी है सूत्रों की बातो पर भी यकीन किया जा सकता है। पूरे चिरिमिरी के नगर वासियों को मालूम है की स्थानीय पुलिस के संरक्षण में अवैध कार्य किसके किसके द्वारा किया जा रहा है।

वही स्थानीय नागरिकों द्वारा जब पुलिस से शिकायत की जाती है तो थाना प्रभारी द्वारा उक्त शिकायत पर कार्यवाही करने की बजाए उल्टा शिकायतकर्ता को ही डराया धमकाया जाता है नही मानने पर उक्त व्यक्ति के विरुद्ध थाना प्रभारी कमल कांत शुक्ला द्वारा अपने पद का दुरूपयोग कर अवैध कार्य करने वालो से झूठी शिकायत कराकर मामला दर्ज कर जेल भेज दिया जाता है।

उल्लेखनीय हो कि पूर्व में उक्त अवैध कबाड़ के कार्य करने वालो की शिकायत करने, फेसबुक में पोस्ट डालने पर थाना प्रभारी कमल कांत शुक्ला द्वारा स्थानीय निवासी चंदन शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया यही नहीं जेल से जल्दी बाहर ना आ सके थाना प्रभारी द्वारा जेल में निरूद्ध चंदन शर्मा के विरुद्ध उक्त अवध कार्य करने वालो से और दो दो झूठी एफआईआर दर्ज कर दी गई जिससे चंदन शर्मा लंबे समय तक जेल में निरूद्ध रहे और अवैध कबाड़ का कारोबार धड़ल्ले से चलता रहे… चंदन शर्मा अभी भी उक्त मामले की वजह से जेल में निरूद्ध है।

बताया जा रहा है कि थाना प्रभारी कमल कांत शुक्ला की पहुंच बहुत तगड़ी है थाना प्रभारी द्वारा चिरिमिरी थाने में दूसरी बार पोस्टिंग कराई गई है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना प्रभारी द्वारा चिरिमिरी पदस्थापना के बाद से अब तक आय से अधिक संपत्ति अर्जित किया गया है जो की करोड़ों में बताया जा रहा है जिसे अपने रिश्तेदारों के पास रखने की बात सामने आ रही है।इस बात में प्रथम दृष्टया सचचाई भी नजर आ रही है। वो ऐसे की उक्त पूरे मामले की यदि सीबीआई जांच यदि करा दी जावे तो राष्ट्र की संपत्ति एसईसीएल परिक्षेत्र से गायब करोड़ों करोड़ों के कोयला बैंकर कहा गए? उक्त चोरी कर बेचे गए बैंकरो का अवैध पैसा जो की करोड़ों में है किनके किनके बीच बंदर बांट किया गया है का खुलासा हो जाएगा।

न्यूज प्राइम 18 को मुखबिर से प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना प्रभारी चिरिमिरी द्वारा एक शातिर अपराधी के गिरोह को संरक्षण दिया जाता है उक्त गिरोह में शातिर आदतन अपराधी व्यक्ति,महिलाएं,लड़किया,जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी और कई पुलिस कर्मी भी है।उक्त गिरोह द्वारा थाना प्रभारी के संरक्षण में एसईसीएल के अधिकारी,पुलिस,जिला प्रशासन के अधिकारी,डाक्टर,जनप्रतिनिधि,पत्रकार,आम नागरिकों के विरुद्ध बलात्कार,छेड़छाड़ की झूठी शिकायत की जाती है फिर उक्त व्यक्ति को ब्लैकमेल किया जाता है पैसा मिलने पर फिर शिकायत वापस ले ली जाती है।आदिवासी लड़कियों द्वारा सरकारी पैसा का आहरण भी कर लिया जाता है। अब तक उक्त गिरोह द्वारा कई लोगो जैसे एसईसीएल के अधिकारी,जिला प्रशासन के डाक्टर को झूठा फसाकर ब्लैकमेल कर पैसा लिया जा चुका है।  प्राप्त पैसे को गिरोह द्वारा आपस में बंदरबाट कर लिया जाता है। राजकुमार सारथी,उक्त गिरोह का सदस्यभीमसेन सारथी,गिरोह का सदस्य

स्थानीय पुलिस के संरक्षण में पल रहे उक्त गिरोह और उसके द्वारा किए गए अवैध कार्यों का   खुलाशा पूर्व में भी न्यूज प्राइम 18 द्वारा किया जा चुका है उक्त गिरोह का सरगना शातिर आदतन अपराधी अंबिकेश्वर सिंह, इंजोरिया बाई पिता रामप्रसाद निवासी पोडीडीह छापर ,गिरोह के सक्रिय सदस्य जिला प्रशासन के सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी खड़गवां दुबराज कुमार अजगल्ले निवासी बी टाइप गोदरीपारा, रामप्रसाद निवासी पोडीडीह छापर,उजागर निवासी पोडीडीह छापर,बृजेश निवासी पोडीडीह छापर,राजकुमार सारथी पिता दलसाय निवासी टंकी दफाई छोटा बाजार,दुर्गा प्रसाद नाहर निवासी पोड़ी, जैकी उर्फ जयकिशन निवासी हल्दीबाड़ी, सतपूजन मिश्रा आदि लोग भी है।

उक्त गिरोह का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि  इनके कार्य का जो भी विरोध करता है उसे षड्यंत्र करके फसाने का प्रयास किया जाता है जिसके कई उदाहरण है। न्यूज प्राइम 18 द्वारा पूर्व में इनके गिरोह के कारनामा फर्जी डेयरी फार्म के नाम पर लगभग 35 लाख रुपए का गबन किए जाने का समाचार प्रसारित किया गया है समाचार के आधार पर जिला प्रशासन द्वारा जांच करने पर फर्जी डेयरी फार्म पाया गया है। उक्त प्रसारित समाचार की वजह से रंजिश वश गिरोह द्वारा गिरोह के कई सदस्य द्वारा रंजिश वश  षड्यंत्र कर कई बार झूठी शिकायत कर अन्य लोगो के साथ साथ पत्रकार यानी कि मुझे भी फसाने का प्रयास किया गया है। 

देखें वीडियो 

सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त दस्तावेजो से पता चला कि उक्त गिरोह द्वारा की गई सभी शिकायतों की जांच वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा किए जाने पर कई तरह का खुलासा जांचप्रतिवेदन में किया गया है।उक्त गिरोह के द्वारा जिनके जिनके विरुद्ध भी शिकायत की गई थी उक्त सभी शिकायतें पुलिस द्वारा जांच किए जाने पर झूठा और ब्लैकमेल किया जाना पाया गया है।उक्त गिरोह द्वारा समाचार प्रसारित होने पर कई बार मुझे धमकी भी दिया जा चुका है और एक बार जान से मारने और लूट की घटना भी कारीत किया जा चुका है। उक्त घटना की शिकायत भी मेरे द्वारा तत्कालिन थाना प्रभारी महोदय चिरिमिरी को भी एक प्रति दी गई है जिस पर कई माह के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के कहने पर वर्तमान थाना प्रभारी द्वारा प्रार्थी का बयान/कथन लिया गया।परंतु अभी तक किसी भी प्रकार की कानूनी कार्यवाही नही की गई है।वही मुखबिर से प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना प्रभारी चिरिमिरी द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर द्वेष भावना से मेरी उक्त शिकायत को थाना से थाना के रिकार्ड गायब कर उक्त व्यक्तियो से मेरे ही विरुद्ध षडयंत्र कर फसाने की साजिश रचने की बात पता चल रही है।

पत्रकार द्वारा थाना प्रभारी को दिए गए उक्त लिखित शिकायत की प्रति:

उक्त घटना की जिला पुलिस अधीक्षक को दिए लिखित शिकायत की प्रति:

उक्त घटना की पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज को दिए गए लिखित शिकायत की प्रति:

उक्त गिरोह द्वारा की गई एक झूठी शिकायत पर पुलिस द्वारा मेरा बयान/कथन लिया गया था उक्त बयान में भी मेरे द्वारा नामजद बताया गया है कि उक्त गिरोह द्वारा मुझे प्रसारित समाचार के चलते रंजिश वश कभी भी फसाया जा सकता है

उक्त गिरोह के संबंध में पत्रकार द्वारा सोशल साइड फेसबुक में डाला गया पोस्ट –

1- https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=3406321592791857&id=100002421505804

2- https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=3412204628870220&id=100002421505804

3- https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=3412204628870220&id=100002421505804

सबसे हैरान करने वाली बात है की अपनी जान जोखिम में डालकर पत्रकार समाचार प्रसारित करता है समाचार प्रसारित होने पर जांच कर कार्यवाही  किए जाने की बजाए थाना प्रभारी चिरिमिरी के संरक्षण में पत्रकार को ही षड्यंत्र कर फसाने का प्रयास किया जाने की बात सामने आ रही है।

पुलिस मुखबिर से प्राप्त सूचना पर पता चला है कि न्यूज प्राइम 18 द्वारा लगातार पर्दाफाश किए जाने पर थाना प्रभारी चिरिमिरी कमल कांत शुक्ला द्वारा पत्रकार को षड्यंत्र करके उक्त गिरोह के अंबिकेश्वर सिंह, इंजोरिया बाई,सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी खड़गवां दुबराज कुमार अजगले,राजकुमार सारथी,भीम सेन सारथी के माध्यम से गाली गलौच ,मारपीट,बलात्कार,छेड़छाड़,धोखाधड़ी एक्टो सिटी के उक्त व्यक्तियों से झूठी शिकायत करवाकर फसाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।अब इस बात में कितनी सच्चाई है ये तो आने वाले समय ज्ञात होगा और जनता के सामने भी आ जावेगा।

अब देखने वाली बात होगी कि उक्त अवैध कबाड़,उक्त गिरोह को संरक्षण देने वाले दबंग थाना प्रभारी कमल कांत शुक्ला के साथ साथ अवैध कबाड़,कोयला पर कार्यवाही होती है या फिर पूरे मामले को दबाने,द्वेष भावना से पत्रकार को ही रंजिश वश दबाने झूठा फसा कर जेल भेजने का षड्यंत्र रचा जाता है।

उक्त गिरोह के विरुद्ध पूर्व में NEWS PRIME 18 में प्रसारित समस्त समाचारों का लिंक:

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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