विधायक विनय की एसईसीएल सीएमडी को खरी-खरी…. बर्खास्त एसईसीएल कर्मियों को ले वापस… अन्यथा 15 अप्रैल को सीएमडी ऑफिस में जड़ेंगे ताला… विधायक पहुंचे सीएमडी कार्यालय बिलासपुर…
सीएमडी पंडा ने 10 दिवस के भीतर उचित कार्यवाही का दिलाया भरोसा।
rajan singh chauhan/
कथित फर्जी नौकरी के मामले में एसईसीएल प्रबंधन द्वारा लगातार श्रमिकों को सेवा से बर्खास्त करने के मामले पर सोमवार को मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ विनय जयसवाल बर्खास्त श्रम वीरों को लेकर सीधे एसईसीएल के सीएमडी ए बी पंडा वडीपी आर एस झा के पास बिलासपुर के पास पहुंचे
सैकड़ों की संख्या में विधायक डॉ विनय के साथ श्रमिक भी सीएमडी दफ्तर पहुंचे
उल्लेखनीय हो कि चिरमिरी क्षेत्र के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों के बर्खास्तगी एवं उनके इस इसतत्वो को भुगतान न देकर कुछ नामी आरटीआई भैयादोहको के द्वारा नाम,अक्षर, उच्चारण में भिन्नता को आधार मानकर एवं असंवैधानिक तरीकों से उड़ीसा से नाम सत्यापित कराकर एक पक्षीय बर्खास्तगी की कार्यवाही एसईसीएल प्रबंधन द्वारा की गई।
विधायक डॉ विनय ने कहा कि सारी उम्र कालरी की सेवा करते हुए अंत में जब इन कर्म वीरों को सामाजिक एवं पारिवारिक दायित्वों के निर्वहन के समय गलत तरीके से नौकरी से निकालना व उनके ग्रेजुएटी पीएम को रोकना अमानवी वह गलत है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के बर्खास्तगी के मामले को पुनः संज्ञान में लेते हुए उन्हें पुनः नौकरी में वापसी व देयकों के भुगतान कराने किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर एक माह के भीतर श्रमिको को पुनः नौकरी में नहीं लिया गया तो उग्र आंदोलन हमारे द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 35- 40 वर्ष पूर्व जब कोई कालरी में काम करने को तैयार नहीं था तब इन श्रम वीर सैनिकों ने लोहा का वजन उठाया तो इन्हें भर्ती किया गया था उस समय बिना कोई दस्तावेज जमा किए केवल लोगों के नाम पता पूछ कर उन्हें नौकरी दी गई थी। पर आज इतने सालों बाद कुछ आरटीआई कार्यकर्ता सूचना के अधिकार का दुरुपयोग कर इस श्रमिकों की जानकारी निकाल कर उन्हें ब्लैकमेल कर सेवा से बर्खास्त करा रहे हैं
लगभग 4 घंटे तक चली इस बैठक में सीएमडी व डीपी ने 10 दिवस के भीतर ही उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
इस दौरान चिरमिरी नगर निगम महापौर कंचन जयसवाल, सभापति गायत्री बिरहा, ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष कश्यप, निगम सचिव श्याम देशपांडे, विधायक प्रतिनिधि शिवांश जैन व नगर निगम एमआईसी के सदस्य मौजूद रहे।