Breaking newsLatest Newsकोरियाछत्तीसगढ़

राजन सिंह चौहान “संपादक”

एमसीबी/चिरमिरी/। चिरमिरी पुलिस ने एकबार फिर एक ट्रक कबाड़ जत किया है और ट्रक में लदा हुआ कबाड़ नीलामी से खरीदा हुआ हो सकता है ऐसा सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है। ट्रक में लदा हुआ कबाड़ ओपन कास्ट माइंस से नीलामी में खरीदा गया हो सकता है यह सूत्रों का कहना है वहीं बताया जा रहा है कि जत ट्रक में क्षमता से अधिक कबाड़ लदा हुआ है और कबाड़ लदे ट्रक में जितना कबाड़ लदा हुआ पर्ची अनुसार बताया जा रहा है उससे अधिक कबाड़ ट्रक में हो सकता है ऐसा भी कहा जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते दिवस चिरमिरी क्षेत्र के कोरिया कालरी फिर एक ट्रक कबाड़ जत किया गया है बताया जाता है कि एसईसीएल प्रबंधन के अधिकारियों की मिलीभगत से ऑक्शन के नाम पर कई ट्रक लोहा कबाडि़यों की सांठगांठ से इसी प्रकार भेजा जा चूका है सूत्रों की मानें तो जबलपुर की किसी कबाड़ी कंपनी ने कुछ ऑक्शन का माल चिरमिरी एसईसीएल प्रबंधन से खरीदा था जिसको वह पिछले कई माह पहले ले जा चुका थे जिसके बाद उनके संबंध स्थानीय अधिकारियों से बन गए थे उनसे सांठगांठ करके इसके द्वारा यहां से पुराने पर्ची और गेट पास की कलर फोटो कॉपी करा कर उसमें डेट टाइम सुधार कर ले जाया जा रहा था, प्रबंधन के कार्यरत एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बड़ा बुरा दौर आ गया है हमारे अधिकारी काफी भ्रष्ट हो गए हैं, जितने का ऑप्शन हुआ था वाह माल तो काफी पहले जा चुका है उस दिनांक से अभी तक लगभग 20 गुना लोहा यहां से जा चुका है और लगातार अभी ले जाया जा रहा है जिसमें कबाड़ी और अधिकारियों की पार्टनरशिप है, एक अधिकारी काफी दिलेरी से अपना कार्य अंजाम दे रहा है और कहता है कि मुझे बिलासपुर लेबल में भी कुछ पैसा पहुंचाना पड़ता है और पहुंचाता हूं जिसको जहां शिकायत करना है कर दे मेरा कहीं कुछ नहीं होता और इस तरह दबंगई से दिन-रात प्रबंधन के अधिकारी लोहा कोयला चोरी करा कर एसईसीएल कंपनी को खोखला बना रहे हैं ऐसे भ्रष्ट अधिकारी की सीबीआई से जांच करा कर उन्हें तत्काल प्रभाव से दंडित किए जाने की आवश्यकता है।
कबाड़ नीलामी में खरीदा
गया था तो ट्रक मुख्य मार्ग से क्यों नहीं जा रहा था?ट्रक भी मुख्य मार्ग से न जाकर दूसरे रास्ते से जा रहा था और वह घाट में जाकर फंस गया और जिसकी वजह से पुलिस को जानकारी हुई ऐसा भी बताया जा रहा है और अब यह सवाल उठ रहा है कि जब कबाड़ नीलामी में खरीदा हुआ था तब ट्रक ऐसे रास्ते से क्यों जा रहा था जिसमे ट्रक का जाना कठिन था ट्रक मुख्य मार्ग से क्यों नहीं जा रहा था? इसको लेकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि ट्रक में लदा पूरा कबाड़ नीलामी का नहीं है और कुछ कबाड़ अवैध हो सकता है।

कबाड़ के मालिक को समय
देने की जुगत में तो नहीं?

ट्रक तिरपाल से ढंका हुआ है और पुलिस ट्रक का तौल कराने की जुगत में दिनभर लगी रही और शाम तक ट्रक का तौल नहीं हो सका यह भी बात सामने आ रही है। ट्रक का तौल पुलिस द्वारा क्यों जल्द नहीं कराया जा रहा है और इसको लेकर किसका दबाव पुलिस पर पड़ रहा है यह भी एक सवाल उठ रहा है। पुलिस कयय कबाड़ का पूरा दस्तावेज सही कराने कबाड़ के मालिक को समय देने की जुगत में है या कोई दबाव है पुलिस पर यह तो पुलिस ही बता सकती है लेकिन ट्रक अभी भी पुलिस की गिरफ्त में है।
नेता प्रतिपक्ष भाजपा के दौरा के बाद पुलिस सक्रिय नजर आ रही है
बता दें कि चिरमिरी में कबाड़ और अवैध कोयले के कारोबार को लेकर जिला प्रशासन सहित पुलिस की काफी किरकिरी हो रही थी, खुद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भाजपा विधायक ने स्वयं चिरमिरी में संचालित अवैध कोयले खदान का दौरा किया था और स्थानीय विधायक सहित प्रशासन पर मिलीभगत आरोप मामले में लगाया था। पुलिस उसके बाद सक्रिय नजर आ रही है और अब उसे कबाड़ लदे ट्रक और अवैध कोयले से लदे वाहन नजर आने लगे हैं और वह लगातार कार्यवाही कर रही है। वहीं पूरे मामले में स्थानीय जनों का कहना है कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का चिरमिरी दौरा चिरमिरी की खनिज संपदाओं के हिसाब से बेहतर दौरा रहा और अब अपनी किरकिरी समझकर पुलिस कम से कम कार्यवाही कर रही है और अवैध कारोबारियों में भय दिखने लगा है। अविभाजित कोरिया जिले की बात करें तो मनेंद्रगढ़,चिरमिरी, पटना,चरचा पुलिस थाना क्षेत्रों में जमकर अवैध कारोबार संचालित होते हैं और इन क्षेत्रों में पुलिस की पूरे मामले में उदासीनता कहें या मिलीभगत भी चर्चा का विषय बनती आई है। अब देखने वाली बात यह है कि क्या पुलिस सभी मामलों में कार्यवाही करते हुए पूरे क्षेत्र से अवैध कारोबारियों को पलायन करने पर मजबूर करेगी या यह केवल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के दौरे और उनके आरोपों को कुछ समय के लिए दरकिनार करने के लिए दिखावा मात्र है।
इस कारण कबाड़ी की
योजन हुई फेल

बीते 28 दिसंबर को लगभग 53 टन लोहा लोड कर एक ट्रक जबलपुर की तरफ जाने के लिए चिरमिरी क्षेत्र से निकला था मेन रोड से जा ना जा कर यह ट्रक कोरिया और पौड़ी के मध्य पढ़ने वाले पलथा जाम से सीधे नागपुर की तरफ जाने के फिराक में जब ट्रक पलथा जाम रोड में घुसा तो घाट नहीं चढ़ सका बताया जाता है कि ट्रक चालक ने माल कम ले जाने की बात कही थी किंतु एसईसीएल का यह अधिकारी वहां खड़ा हो कर के और अधिक माल ले जाने की बात कह कर क्षमता से 13 टन अधिक लोहा लोड करा कर पार करवाना चाह रहा था जो गलती भारी पड़ गई, अपनी अधिक कमाई के चक्कर में या ट्रक में अधिक लोहा लोड कराने के कारण पलथा जाम घाट नहीं चढ़ सका जिसकी जानकारी जब स्थानीय पत्रकारों और जनप्रतिनिधियों को हुई तो उन्होंने इसकी शिकायत तत्काल राज्य सरकार व भाजपा के नेता प्रतिपक्ष से की उन्होंने तत्काल एमसीबी पुलिस अधीक्षक को फोन कर उस ट्रक पर कार्यवाही करने की हिदायत दी, तब जाकर पुलिस प्रशासन हरकत में आया।

कबाड़ीओं व एसईसीएल
अधिकारियों की मिलीभगत
कबाडि़यों और एसईसीएल अधिकारियों की मिलीभगत कर ऑप्शन के आड़ में कोयला लोहा पार कराने का यह सिलसिला काफी पुराना है प्रबंधन के छोटे और बड़े अधिकारी केवल अपने अतिरिक्त कमाई के जुगत में इस प्रकार के कार्य लगातार करते आ रहे हैं यदि माल पकड़ा जाता है तो एसईसीएल प्रबंधन उस माल को अपना नहीं बताती और कहीं और का कबाड़ बताकर उसे पल्ला झाड़ लेती है, इस प्रकार कबाड़ी प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन करोड़ों रुपए के कबाड़ चिरमिरी कालरी से अवैध तरीके से परिवहन कार्य लगातार जारी है।

यदि उक्त लोहे के टुकड़ों
और कल पुर्जों की पड़ताल करें तो यह स्पष्ट हो जाएगा
यदि उक्त लोहे के टुकड़ों और कल पुर्जों की पड़ताल करें तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह पूरा कबाड़ एसईसीएल का ही है अगर पुलिस अपनी ईमानदारी से काम करें तो सिर्फ 5 मिनट में यह कबूल करवा सकती है कि यह कबाड़ और किसका है बड़े-बड़े कलपुर्जे हैवी वाटर मोटे चादर सिर्फ और सिर्फ एसईसीएल के उत्पादन के दौरान उपयोग में आने वाली मशीनों एवं संसाधनों के होते हैं, कंपनी उत्पादन के उपरांत स्क्रैप को बेचने के निर्देश दे रखी है यह भ्रष्ट अधिकारी अपने हिसाब से अपनी सेटिंग बनाकर बड़े आसानी से इन कंपनियों पर डाका डाल रहे हैं अपने मन के कबाडि़यों को टेंडर डलवाते हैं और अपना काला धन उनके शहर में ही जाकर ले लेते हैं इन कबाडि़यों की प्रबंधन के इन अधिकारियों से काफी बढि़या सेटिंग बनाई जाती है कबाडि़यों के द्वारा उनके ऐसो आराम के लिए आज की अत्याधुनिक सुविधाएं भी उनके मर्जी के मुताबिक उपलध कराई जाती हैं जिनके कई उदाहरण क्षेत्र में देखने और सुनने को मिलते रहे हैं।
सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड
नियुक्ति फिर भी चोरो कैसे?
चिरमिरी क्षेत्र का रीजनल स्टोर कोरिया कालरी में है जिसकी सुरक्षा के लिए एक सेंट्रल की सुरक्षा गार्डों की नियुक्ति की गई है बड़ा सवाल यह है कि इन सब की नियुक्ति के बाद भी बड़े पैमाने में आखिर चिरमिरी क्षेत्र से लोहा और कोयले की चोरी कैसे हो रही है अपने इन सामग्रियों की सुरक्षा के लिए कोयला कंपनी कई लाख रुपए महीना इन कंपनियों को भुगतान कर रही है इनके रहने खाने आदि की भी व्यवस्था कंपनी करती है इनके आवागमन के लिए अलग से बसें लगाई गई है।
कलपुर्जे के चोरी को
लेकर महाप्रबंधक को प्रभाव
से हटा गया था
एसईसीएल प्रबंधक की भ्रष्ट कार्यशैली ही इस बात का परिचायक है कि दिन रात उसके क्षेत्र से कोयला लोहा सहित अन्य कालरी के कलपुर्जे लगातार चोरी हो रहे हैं, कुछ दिन पहले एक महाप्रबंधक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया था सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उस महाप्रबंधक का इन काले कारनामों में बड़ा हाथ बताया जाता है जिसकी जानकारी जब सह प्रबंध निर्देशक बिलासपुर को लगी तो उन्होंने तत्काल हटाकर ने प्रबंधक की नियुक्ति कर दी, उस समय ऐसा लगा था कि अब इस काले गोरख धंधे में सलिप्त अधिकारियों घृणित कृत्य पर अंकुश लगेगा किंतु ऐसा नहीं हुआ नए महाप्रबंधक के नियुक्ति के बाद भी पूरे चिरमिरी क्षेत्र में लूट मची हुई है कोयला तस्कर लोहा तस्कर और तांबा तस्कर अपनी अलग-अलग टोली बनाकर दिन रात अपने संग इन कार्यों को अंजाम दे रहे हैं और कोयला कंपनी को खोखला कर रहे हैं। बहरहाल आईजी सरगुजा रेंज रामगोपाल गर्ग एवम पुलिस अधीक्षक तिलक राम कोशीमा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में अवैध कार्य के विरुद्ध लगातार कार्यवाही जारी है जिसकी आम जनमानस में काफी प्रशंसा की जा रही है।

 

Related Articles

Back to top button