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उन्नाव जेल में पिस्तौल लहराता दिखा कैदी तो यूपी पुलिस बोली- वो मिट्टी का तमंचा Video Viral

राजन सिंह चौहान

उन्नाव/जेल, सुलतानपुर जेल और अब उन्नाव जेल की वायरल तस्वीरें यूपी की जेलों की हकीकत बयां करने के लिए काफी हैं। यहां अपराधी होटल जैसा मजा ले रहे हैं। इन्हें देखकर यही लगता है कि अपराधी जेलों में सजा नहीं मौज काट रहे हैं। 

जिला जेल उन्नाव में पार्टी करते बंदियों के वीडियो वायरल हुए हैं। बंदी योगी आदित्यनाथ सरकार को चुनौती दे रहे हैं। फरवरी में बना यह वीडियो अब वायरल होने पर जेल प्रशासन की हवाइयां उड़ी हैं। वायरल वीडियो की संख्या चार है। इनमें एक बैरक के भीतर पार्टी के दौरान शराब परोसने, दूसरा असलहों के साथ दबंगई दिखाने का है। जेल अधीक्षक ने वीडियो की जांच कराने की बात कहकर तमंचे को मिट्टी का खिलौना बताया। बंदियों की पार्टी में दिख रही बोतल में शराब को तेल बताया है। जेल में मोबाइल पहुंचने की बात को जांच का विषय बताकर टाल दिया।

जेल में मनचाहा सब कुछ उपलब्ध 

दरअसल, उन्नाव जिला जेल में बंद अपराधियों को उनका मनचाहा सब कुछ उपलब्ध है। मोबाइल छोटी बात है, असलहा, शराब, नशा तक कुछ मिल रहा है। बुधवार को वायरल वीडियो में दो बंदी कह रहे हैं कि जेल में जो बोलेगा उसे मार दिया जाएगा और जो बाहर बोलेगा उसे भी मार दिया जाएगा। यही नहीं किसी अंशुल दीक्षित हिस्ट्रीशीटर के बारे में बात की गई तो वहीं आगे का क्या प्रोगाम है, इस पर मंडली लगी दिखी। वीडियो में योगी सरकार को भी चुनौती दी गई है। एक बंदी कह रहा है, ‘मेरठ हो उन्नाव, योगी सरकार क्या बिगाड़ पाई। जेल हमारे लिए कार्यालय होते हैं।’ 

2 मिनट 21 सेकेंड के चार वीडियो

बताते हैं कि मेरठ का अमरेश सिंह और रायबरेली का देवप्रताप सिंह उर्फ गौरव (अंकुर) जेल में बैरक नंबर 17 में बंद हैं। दोनों हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा भुगत रहे हैं। इनका ही वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में दोनों दंबगई दिखाते नजर आए। 2 मिनट 21 सेकेंड के चार वीडियो में एक क्लिपिंग एक मिनट की है। बाकी 20 से 31 सेकेंड के बीच की हैं।

डीएम व एसपी पहुंचे जेल

वीडियो वायरल होने की खबर पर डीएम देवेंद्र कुमार पांडेय व एसपी एमपी सिंह ने शाम को जेल का निरीक्षण किया। डीएम ने एसडीएम और सीओ को जांच के निर्देश दिए हैं। जेल अधीक्षक एके सिंह ने बताया कि जिस तमंचे की बात की जा रही है वह मिट्टी का बना है। शराब की जगह तेल की शीशी है। जेल में मोबाइल कैसे आया और वीडियो कैसे बना, इस संबंध में पांच बंदीरक्षकों के खिलाफ डीजी जेल को रिपोर्ट दी गई है। वीडियो पूरी तरह से नकली है।

बंदी तक मोबाइल पहुंचाने वाले चार जेलकर्मी चिह्नित

उन्नाव जेल के वायरल ताजा वीडियो के मामले में जेल अधिकारियों पर दबाव बनाने की साजिश व बंदी तक मोबाइल पहुंचाने में शामिल चार जेलकर्मी चिह्नित किये गए हैं। डीजी जेल आनन्द कुमार का कहना है कि चारों जेलकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। जेल प्रशासन का कहना है कि उन्नाव जेल का वायरल वीडियो फरवरी माह में शूट किया गया था, जिसे अब वायरल किया गया है। वीडियो में बंदी हाथ में पिस्टल लिये नजर आ रहा है।

जेल प्रशासन का दावा, असलहा मिट्टी का

जेल प्रशासन का दावा है कि बंदी मेरठ निवासी अमरीश के हाथ में जो असलहा नजर आ रहा है, वह मिट्टी का है। अमरीश पर हत्या व लूट के कई मुकदमे दर्ज हैं और हत्या के एक मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। मेरठ जेल से उसे प्रशासनिक आधार पर उन्नाव जेल स्थानान्तरित किया गया था। उन्नाव जेल में बंद रायबरेली निवासी गौरव प्रताप सिंह अंकुर को लखनऊ जेल से यहां स्थानान्तरित किया गया था। गौरव पर हत्या व लूट के कई मुकदमे हैं। प्रकरण की छानबीन में सामने आया कि गौरव अच्छा पेंटर है और उसी ने मिट्टी का असलहा बनाया था। शुरुआती जांच में कुछ जेलकर्मियों की मदद से बंदियों द्वारा जेल प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए ऐसा करने की बात सामने आई है। इसमें प्रधान बंदी रक्षक माता प्रसाद, हेमराज, बंदी रक्षक अवधेश साहू व सलीम खां की संलिप्तता सामने आने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

एसटीएफ ने बरामद किया था फोन

बंदी अमरीश ने जेल से मेरठ के एक व्यवसायी को फोन कर रंगदारी मांगी थी। मामले में एसटीएफ ने फरवरी माह में उन्नाव जेल में बंद अमरीश के पास से मोबाइल फोन बरामद किया था।

बड़ों पर भी होगी कार्रवाई

रायबरेली व सुलतानपुर जेलों के वीडियो वायरल होने के मामलों की जांच रिपोर्ट का कारागार मुख्यालय में परीक्षण कराया जा रहा है। जल्द कई बड़ों पर भी कार्रवाई की तैयारी है।

कड़ी कार्रवाई की जाएगी

मंत्री व राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने उन्नाव जेल के वायरल वीडियो पर कहा कि सरकार और जेल महानिदेशक ने घटना का संज्ञान लिया है और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आने वाले दिनों ऐसी छोटी से छोटी घटना भी नहीं होगी। योगी राज में किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं है।

उन्नाव जेल मामले में जेल मंत्री जय कुमार सिंह जैकी ने कहा कि डीआईजी रेंज लखनऊ को जांच के आदेश दिए गए थे, चार अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है। उनका तबादला कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो में दिख रहे दो कैदियों को अन्य जेलों में स्थानांतरित किया जाएगा।

देखें video/

 

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