शिक्षा प्रणाली……
शिक्षा प्रणाली
yashoda singh की कलम से____
अपने बलिदान से हमारे लिए एक स्वन्रन्त भारत का निर्माण किया है।
जहां इसकी दूसरी तरफ हमारे भारत देश के भगवत गीता से लेकर के अनेक शास्त्रों के ज्ञान और हमारे देश के अमर शहीद के बारे में बाहर के अनेको देशों में वहां के युवाओं को पढ़ाया जाता है और वो इसी ज्ञान के अपने देश को एक अलग मुकाम पर पहुंचा रहे और नये नये अविष्कार कर रहे हैं।लेकिन हमारे देश में इसे क्यो बच्चों को युवाओं को नहीं समझाया और न ही इसके बारे में पढ़ाया जाता है। “कहते हैं जिस पेड़ की जड़ें मजबूत होती हैं निसंदेह उसके तने और फल भी बहुत मजबूत और मीठे होते हैं।”आज हमारे देश में जो स्थिति बनते जारी है और आज मनुष्य ही मनुष्य जाति का दुश्मन होता जा रहा है अनेकों धर्म, जाति और सत्ता के नाम पर दंगें फसाद हो रहे हैं जिसका एक मूल कारण शिक्षा का अभाव है।अगर हम शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने की कोशिश करे उसके साथ ही साथ बच्चों को उस दिशा में आगे बढ़ने में सहायता करें जिसमें उनकी रूचि हो जिससे वो अपने आप को एक अलग मुकाम पर खड़ा कर सके।ऐसा करने से न सिर्फ वो अपनी एक अलग पहचान बनायेंगे बल्कि हमारे भारत देश की एक अलग छवि बनाएंगे।पेन की धार में जितनी ताकत होती हैं उतनी ताकत किसी तलवार में नहीं।