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Video- खान बचाओ केंद्र के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने लगाई न्याय की गुहार 

जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के पास लगाई न्याय की गुहार

राजन सिंह चौहान/

चिरमिरी।रेस्क्यु विभाग चिरमिरी कैम्पस में आपराधिक गतिविधियों पर चिंतित कर्मियों द्वारा अपनी सुरक्षा की गुहार जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से लगाई है . उल्लेखनीय है कि एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र में कार्यरत रेस्क्यू ऑपरेशन टीम के अधिकारी रामेश्वर त्रिपाठी एवं उनके अधीन कर्मचारियों ने लिखित में जिले के  कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र देते न्याय की गुहार लगाई है।उनका कहना है कि अम्बिकेश्वर सिंह पिता अवध बिहारी सिंह निवासी खान बचाव केंद्र डोमनहिल चिरमिरी का निवासी हैं।

जो केम्पस के अंदर अनैतिक गतिविधियों एवं खान बचाव केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों को कई तरह की धमकियां देता रहता हैं। अंबिकेश्वर सिंह खान बचाव केंद्र डोमनहिल के मकान नंबर बी 3 मैं अनधिकृत रूप से निवासरत है।

इस मकान पर आए दिन असामाजिक तत्वों का आवागमन बना रहता है साथ ही  उक्त मकान में आये दिन शराबखोरी व्यापक पैमाने पर  किया जाता है व अवैध शराब के साथ साथ अवैध गांजा की भी व्यापक सप्लाई इसके द्वारा किया जाना बताया जाता है पर अभी तक पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो जाता है। कथित रूप से लड़कियों का आना जाना भी कैंपस के अंदर चलता है जिससे अनैतिक कार्य से इनकार नहीं किया जा सकता।

जब जब इसके अवैध कार्यो का किसी के द्वारा विरोध किया जाता है तो अम्बिकेश्वर सिंह के गिरोह में शामिल इंजोरिया बाई ऊर्फ भोले, उसका भाई उजागर ऊर्फ बड़कू, रामप्रसाद व उसकी सभी लड़कियों चंदा बाई,उत्तरा बाई के द्वारा झूठे बलात्कार, छेड़छाड़, एक्टोसिटी, मारपीट के केश में फसाया जाता है या फिर फसाने का प्रयास किया जाता है। अंबिकेश्वर सिंह व उसकेेे गिरोह के द्वारा कई पुलिस केे अधिकारी ,कर्मचारी, एसईसीएल के अधिकारी, डॉक्टर को झूठे केस में फसाया जा चुका है। गाड़ियों से डीजल चोरी करके निकालने के कारण एसईसीएल के सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है। इसी कारण खान बचाव केन्द्र में कार्यरत कर्मचारियों से रंजिश रखता हैं क्योंकि गाड़ी से डीजल निकालने के कारण सभी ने प्रबन्धक को ईमानदारी से अपना अपना बयान दर्ज कराया हैं जिससे वजह से उन्हें दोषी ठहराया गया है और एसईसीएल की सेवा से बर्खास्त किया गया हैं ।जिसके विरुद्ध 20 मामले विभिन्न थानों  में दर्ज हैं कुछ मामलों की सुनवाई न्यायालय में विचाराधीन है अभी अम्बिकेश्वर सिंह के जमानत पर रिहा होने के बाद खान बचाव केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों को झूठे प्रकरण दर्ज का धमकी देता रहता हैं इससे पहले भी झूठे मामले में फंसाया जा चुका है।अम्बिकेश्वर के कारण खान बचाव केंद्र के कर्मचारी केम्पस के अंदर बने मकान पर रहने से डरते हैं क्योंकि हमेशा वहाँ असमाजिक तत्वों का डेरा जमा रहता है।

वही अम्बिकेश्वर सिंह का कहना हैं कि मुझे षड्यंत्र के तहत फसाया गया है जबकि इससे मेरा कोई सरोकार नहीं है मुझे खान बचाव केन्द्र में इस्तेमाल होने वाली वाहन से डीजल निकालने के वजह से एसईसीएल के द्वारा सेवा समाप्त किया गया है पर यह सब रामेश्वर त्रिपाठी के रचित षड्यंत्र हैं पर मैं इन चीजों से घबड़ाने वाला नही हु मुझे न्यायायिक हिरासत में रहते हुए नॉकरी से निकाला गया है जिसके लिए मैंने अपील कर दी है  और रही बात मेरे मकान की जब तक मेरा मामला विचाराधीन है तब तक मुझे यहाँ से कोई  बाहर नही निकाल सकता हैं।अगर मेरे घर पर मेरे रिस्तेदार आते है तो क्या वो असमाजिक तत्व हैं ये क्या मानसिकता हैं मेरे समझ से परे हैं।

 

वही नगर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि रामेश्वर त्रिपाठी के द्वारा आवेदन पत्र दिया गया है कि अम्बिकेश्वर सिंह के द्वारा झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी जा रही हैं और एसईसीएल से निलंबित होने के बाद भी अवैध रूप से मकान में रह रहे हैं जिसके जांच के लिए चिरमिरी थाने में मामले की शिकायत को भेज दिया गया है ।  जांच के उपरांत कार्यवाही की जाएगी।

बहरहाल देखना यह होगा कि पुलिस के द्वारा जांच कर कब तक कार्यवाही की जाती हैं।देखें video

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