वनाधिकार पट्टे को किसी भी स्थिति खरीदा या बेचा नहीं जा सकता – कलेक्टर श्याम धावडे
वनाधिकार पट्टे को किसी भी स्थिति खरीदा या बेचा नहीं जा सकता – कलेक्टर श्याम धावडे
आश्रम, छात्रावासों में कलेक्टर व सीईओ जिला पंचायत के ऑफिस की बजाय मोबाइल नंबर अंकित करने के निर्देश, आपात ज़रूरत पर सीधे हो सके बात
एकलव्य स्कूल में प्रबंधन दुरुस्त करने, छात्रावासों में अधीक्षक बदलने और सुपोषण अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आंगनबाड़ी में अंडा व चिकी वितरण शुरू करने के निर्देश
कोरिया। समय सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जनचौपाल में वनाधिकार पत्र विक्रय के मिले एक प्रकरण पर कड़े निर्देश देते हुए कहा कि वनाधिकार पट्टे को किसी भी स्थिति खरीदा या बेचा नहीं जा सकता है। सोनहत के पाराडोल निवासी आवेदक रामशरण ने अनावेदक जवाहीर के विरुद्ध जबरन परेशान करने का आवेदन किया। आवेदन का विस्तार से जानकारी पर ज्ञात हुआ कि 20 जनवरी 2014 को वनाधिकार पट्टा का विक्रय किया गया है। कलेक्टर ने इसपर शासन के निर्देशों का उल्लेख करते हुए कड़े निर्देश दिए कि वनाधिकार पट्टे को किसी भी स्थिति खरीदा या बेचा नहीं जा सकता है। एवं संबंधित प्रकरण में एसडीएम सोनहत को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने एकलव्य आवासीय विद्यालय के प्रबंधन पर नाराजगी जाहिर करते हुए सहायक आयुक्त एवं जिला शिक्षा अधिकारी को समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बता दें कि बीते 01 अक्टूबर को कलेक्टर ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया था जिसमें अधोसंरचना में बेहद खामियां देखने को मिली। कलेक्टर ने सहायक आयुक्त एवं जिला शिक्षा अधिकारी को शीघ्र अधीक्षकों का प्रभार बदलने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कन्या आश्रमों व छात्रावासों में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए और मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए। सभी छात्रावासों में कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत के ऑफिस की बजाय निजी मोबाइल नंबर अंकित करने के निर्देश दिए जिससे आपात स्थिति में सीधे बात की जा सके। साथ ही अन्य अधिकारियों के भी नाम और संपर्क नंबर अद्यतन करने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने सुपोषण अभियान पर चर्चा करते हुए कहा कि जिले में बच्चों को स्वस्थ और सुपोषित भविष्य देने के लिए पंचायतो के नोडल अधिकारी भी अपने प्रभार के गांवों में शत प्रतिशत प्रयास करें। उन्होंने गम्भीर एवं मध्यम कुपोषित बच्चों को सुपोषण के स्तर तक लाने हेतु बिहान के अंतर्गत स्वसहायता समूहों के माध्यम से अंडा एवं गुड़ चिकी आंगनबाड़ियों में वितरण शुरू करने के निर्देश दिए। जिससे समूहों को भी रोजगार मिले और आंगनबाड़ियों में निर्बाध आपूर्ति की जा सके। विदित हो कि सुपोषण अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर द्वारा सीडीपीओ के प्रभार भी बदले गए हैं।
कलेक्टर ने बैठक में लोक सेवा गारन्टी अधिनियम के अंतर्गत सभी लंबित प्रकरणों का जल्द निराकरण करने कहा। उन्होंने कहा कि समय सीमा के अंतर्गत आमजन के हित में सभी प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने ज़िले में 99 प्रतिशत गिरदावरी पूर्ण होने पर उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को बधाई दी और धान, कोदो, कुटकी और रागी जैसी खरीफ फसलों का रकबा की जानकारी देने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
कोविड टीकाकरण – बैठक में कलेक्टर द्वारा कोविड 19 के सम्भावित तीसरे लहर से सुरक्षा हेतु प्रथम टीकाकरण के शतप्रतिशत लक्ष्य को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। सीईओ जिला पंचायत ने बैठक में बताया कि लाइफ लाइन एक्सप्रेस सूरजपुर में कटे-फ़टे होंठ, तालु का इलाज किया जा रहा है। जिले के मरीज इसका लाभ ज़रूर उठाएं।
बैठक में कलेक्टर ने 18 अक्टूबर को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के साथ कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के एजेंडा पर चर्चा करते हुए लोक सेवा गारंटी, गिरदवारी, स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल का संचालन एवं अधोसंरचना निर्माण, महतारी दुलार योजना के अंतर्गत बच्चों को प्रवेश, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, हाट बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री सस्ती दवा दुकान योजना, शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, नरवा, गरवा, घुरवा बाड़ी योजना, गोधन न्याय, चिटफंड, आदि की जानकारी ली।