कोंडागांव जिले को इस मामले में मिला देश में नंबर-1 का ताज़, CM भूपेश बघेल ने दी बधाई
इससे पहले जन्म के साथ ही सरकारी अस्पताल में बच्चों को जाति प्रमाण पत्र बांटकर कोंडागांव में देश में पहला जिला बन गया था, जहां सबसे पहले ये सुविधा दी गई.
छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य बस्तर संभाग के कोंडागांव जिले के नाम एक और सफलता जुड़ गई है. भारत सरकार के नीति आयोग ने मई 2019 की डेल्टा रैंकिंग जारी की है. इसमें कोंडागांव को आकांक्षी जिलों में देश में पहला स्थान मिला है. इसी महीने में जन्म के साथ ही सरकारी अस्पताल में बच्चों को जाति प्रमाण पत्र बांटकर कोंडागांव में देश में पहला जिला बन गया था, जहां सबसे पहले ये सुविधा दी गई. सप्ताह भर के भीतर ही कोंडागांव जिले को ये दूसरी सफलता मिली है.
नीति आयोग द्वारा मई माह की जारी डेल्टा रैकिंग में छत्तीसगढ़ के कोण्डागांव जिला ने बाजी मारी है और पूरे देश में आकांक्षी जिलों में प्रथम स्थान हासिल किया है. 17 जुलाई को जारी इस डेल्टा रैंकिंग में नीति आयोग द्वारा देश के आकांक्षी जिलों में से पांच मोस्ट इम्पू्रवड डिस्ट्रिक्ट (पांच सबसे ज्यादा सुधार वाले जिलों )की सूची जारी की गई है. इसमें छत्तीसगढ़ का कोण्डागांव जिला पहले स्थान पर है. नीति आयोग की इस रैंकिंग में दूसरे स्थान पर उत्तरप्रदेश का फतेहपुर जिला, तीसरे स्थान पर झारखण्ड का पाकुर, चैथे स्थान पर राजस्थान का धौलपुर और पांचवें स्थान पर उत्तरप्रदेश का चित्रकूट जिला है.
इसलिए मिली सफलता
राज्य सरकार का दावा है कि कोण्डागांव जिले में स्वास्थ्य और पोषण के साथ ही अधोसंरचना विकास के कार्यो का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन सुनिश्चित कर आमजन जीवन को बेहतर और आसान किया गया है. नीति आयोग द्वारा जारी डेल्टा सूची में कोण्डागांव जिले को पहला स्थान मिलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन सहित पूरे जिलेवासियों को इसके लिए बधाई दी है. साथ ही ऐसे ही आगे बढ़ने की बात कही है.