छत्तीसगढ़ का राजनीतिक सूरज हुआ अस्त , जिंदगी की जंग हार गए अजीत जोगी, तीसरी बार दिल का दौरा पड़ने से शुक्रवार को हुआ निधन, प्रदेश में शोक की लहर
Rajan singh chauhan___
छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री और प्रदेश के सबसे कद्दावर नेताओं में से एक अजीत प्रमोद कुमार जोगी का निधन शुक्रवार को हो गया। वे 74 वर्ष के थे। 9 मई को सुबह सैर के दौरान गंगा इमली खाते हुए गंगा इमली का बीज सांस नली में फंस जाने से उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ था। जिसके बाद उन्हें देवेंद्र नगर स्थित श्री नारायण अस्पताल में भर्ती किया गया था ।चिकित्सकों के अनुसार उनके दिमाग में सूजन होने से वे कोमा में चले गए थे जिसके बाद चिकित्सक अत्याधुनिक इलाज के जरिए उन्हें ठीक करने का प्रयास कर रहे थे लेकिन पिछले 20 दिनों में ही उन्हें पहले 27 मई को और फिर शुक्रवार 29 मई को दो और कार्डियक अरेस्ट के दौरे पड़े, जिसके बाद अथक प्रयास के बावजूद चिकित्सक उन्हें नहीं बचा पाए।
29 अप्रैल 1946 को पेंड्रा में जन्मे अजीत प्रमोद कुमार जोगी साधारण हैसियत के परिवार से उठकर पहले इंजीनियरिंग की डिग्री लेने में सफल हुए और बाद में वे आईपीएस और आईएएस की परीक्षा पास कर कलेक्टर बने । तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह से प्रभावित होकर वे अपनी नौकरी छोड़ कर राजनीति में आए और वर्षों तक कांग्रेस के अग्रिम पंक्ति के नेताओं में उनकी गिनती होती रही। 1 नवंबर 2000 को जब छत्तीसगढ़ पृथक राज्य बना तो उन्हें यहां के प्रथम मुख्यमंत्री बनने का सौभाग्य मिला। उनका 3 साल का कार्यकाल आज भी उदाहरण के तौर पर पेश किया जाता है ।हालांकि इसके बाद वे अगला चुनाव हार गए और कई मर्तबा उन पर अपने ही पार्टी लाइन के खिलाफ जाने का आरोप लगा था। उन्होंने छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस नाम से अलग राजनीतिक पार्टी बनाई जिस के वे राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। एक सड़क हादसे के बाद व्हील चेयर पर अपनी जिंदगी बिता रहे अजीत प्रमोद जोगी की जिजीविषा ही थी कि वे व्हीलचेयर पर बैठकर ही प्रदेश की राजनीति की धुरी बने रहे ।सत्ता के केंद्र में वापसी का उन्होंने कई प्रयास किया और इसके लिए अलग पार्टी भी बनाई लेकिन अंततः कामयाबी का स्वाद चखे बगैर ही उन्हें अलविदा कहना पड़ा। उनकी राजनीतिक विरासत अब उनकी पत्नी रेणु जोगी और पुत्र अमित जोगी के हाथ में है लेकिन दोनों में अजीत जोगी वाला करिश्माई प्रभाव नहीं है, इसलिए उनकी राजनीतिक पार्टी के अस्तित्व पर भी अब सवालिया निशान लगने लगे हैं । इधर छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन की खबर लगते ही पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ पड़ी और सभी नेता उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें याद कर रहे हैं।